मध्यप्रदेश। हाल ही में पुर्तगाल में भारत की गर्भवती पर्यटक महिला की मौत के बाद हेल्थ मिनिस्टर मार्टा टेमिडो को इस्तीफ़ा देना पड़ा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस गर्भवती महिला को हार्ट अटैक आया था। उसे दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करने में देरी हुई। इसके पहले भी पुर्तगाल के हेल्थ सेक्टर की कमजोरियों को लेकर सवाल उठ रहे थे। स्टाफ की कमी एक बड़ी वजह है। इन मुद्दों को हल न कर पाने को लेकर मार्टा की काबिलियत पर सवाल उठ रहे थे।
लेकिन भारत में ऐसी तस्वीरें आए दिन देखने को मिलती है जहां आए दिन अस्पताल में डॉक्टर, या व्यवस्था की कमी की वजह से किसी न किसी को जान गंवानी पड़ती है। लेकिन यहां सिर्फ निलंबन या खानापूर्ति तक ही बात रहती है उसके बाद सारा मामला ठंडा पड़ जाता है। ऐसा ही एक नई घटना देखने मिली मध्यप्रदेश से जहां अस्पताल में डाक्टर न होने की वजह से बीमार बच्चे ने अस्पताल के बाहर ही दम तोड़ दिया।
बताया जा रहा है कि मां अपने बीमार बच्चे को लेकर आरोग्य केंद्र पहुंची थी लेकिन अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं पहुंचा था और अस्पताल बंद था जिस वजह से बच्चे ने अपनी मां की गोद में ही अस्पताल के बाहर दम तोड़ दिया।