रायपुर। देश भर में विख्यात रायपुर का इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय काफी लंबे समय से अपने कारनामों की वजह से चर्चा में है। कभी किसी की सुसाइड की खबरों को लेकर तो कभी किसी विवाद को लेकर, आए दिन विश्व विद्यालय के ऊपर आरोप लगते हैं। छात्रों से बदला लेने के लिए उन्हें फेल करने का खेल हो या फिर किसी बच्चे का विश्वविद्यालय के अंदर प्रताड़ित होने का मामला। Whats The News हमेशा छात्रों की आवाज बुलंद करते आया है। अब एक बार फिर नया मामला सामने आया है जहां कुछ छात्रों के ऊपर भ्रष्टाचार की छत गिर गई। गनीमत रही कि यह किसी के ऊपर नहीं गिरी वरना बड़ी अनहोनी हो सकती थी।
दरअसल सोमवार देर शाम रात को बच्चे जब हॉस्टल में गहरी नींद में सो रहे थे। इसी दौरान छत का प्लास्टर भरभरा कर गिर गया। यह बच्चों के ऊपर नहीं गिरा जिसकी वजह से जन हानि होने से बच गई।
यह घटना सामने आने के बाद अब। यह जांच का विषय भी है कि किस तरह विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार है कि एक ऐसी यूनिवर्सिटी जिसका नाम भारत में विख्यात है। उसके निर्माण में कितनी मिलावट होगी कि एकाएक यह छत का प्लास्टर गिर गया।
वहीं इस मामले पर अब एनएसयूआई छात्र नेता सुजीत सुमेर ने भी इस हादसे पर तंज कसा है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए लिखा, घटिया निर्माण के साथ Igkv Raipur में छत गिरने की शुरुआत जारी !!
लाभ का धंधा ---- देख रहा है धनन्जय नैन में अंजन मुख में लार तिपकाकर शक्कर की तरह छत गिर रहा है बिना भूकम्प आये !!!!प्राणी हाहाकार कर रहे है
त्राहिमाम कर कर गिरिजा गणेश गिरीश शंकर को पुकार रहे है!
लेकिन श्रेय इस कत्लेआम का कोई नही ले रहा है। महाप्रभु !! आपकी लीला परम्परा को प्रणाम है।
उपर तो भेष में भ्र्ष्टाचार है नीचे छात्र का जीवन है !!
छात्र नेता सुजीत सुमेर ने आगे कहा कि कुलपति सभी छात्रों को मृत्यु के गोद में सुलाकर गलत कर रहे है। कुलपति विश्वविद्यालय के अंतिम संस्कार का प्रदर्शन कर रहे है।
यह छात्र सुरक्षा में लापरवाही बर्दाश्त नही! विश्वविद्यालय में निर्माण हो रहे सभी अधोसंरचना की गुणवत्ता पूर्वक जांच होनी चाहिए।
किसी भी निर्माण प्रक्रिया के भ्र्ष्टाचार में संलिप्त प्रशासन के अधिकारियों पर कठोर कार्यवाही कर्तव्यनिष्ठ प्रशासक द्वारा अपेक्षित है।
कमीशनखोरी में विश्वविद्यालय प्रशासन इतना लिप्त है तो ये सभी जानते है । क्योंकि आपके हौसले छत फाड़कर छात्रों के कमरे में मौत बनकर गिर रहे है।
छात्रहित में कार्यवाही होनी चाहिए!
छात्रों से अनुरोध है फिलहाल अपनी जान माल की सुरक्षा स्वयं करे और सुरक्षित रहे ।
छात्र जहां निवास करते है वही बिस्तर पर छत का एक हिस्सा अलग होकर गिर गया।
घटिया निर्माण और भ्र्ष्टाचार की बिल्डिंग बनाने में अव्वल है इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय यहाँ अनेक बिल्डिंग भ्र्ष्टाचार की उपजाऊ भूमि से बनकर तैयार हुए है। पूरे भारत के डिफाल्टर यूनिवर्सिटी के कुलपति में एक डॉ गिरीश चंदेल का भ्र्ष्टाचार का कारनामा बंद नही हो रहा है।
विश्वविद्यालय के सभी बिल्डिंग की जांच और संलिप्त अधिकारी की जांच Publications अधिकारी से करवाई जाए।