भूगोल अध्ययनशाला में जलवायु परिवर्तन एवं ग्लोबल वार्मिंग पर व्याख्यान का हुआ आयोजन

रायपुर – पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के भूगोल अध्ययनशाला में आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर एम.ए./एम.एस.सी. प्रथम, तृतीय सेमेस्टर एवं शोधार्थियों के बैद्धिक विकास हेतु विस्तार व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। 10 सितम्बर 2022 को अध्ययनशाला में आयोजित इस व्याख्यानमाला का विषय जलवायु परिवर्तन एवं ग्लोबल वार्मिंग था, जिसकी मुख्य वक्ता डॉ. सरला शर्मा, पूर्व प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष, भूगोल अध्ययनशाला, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर रही। प्रोफेसर शर्मा का सम्मान एवं स्वागत भूगोल विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. उमा गोले के द्वारा किया गया।

नागी सेन्ट्रल जोन की तीन बार वाईस प्रेसिडेन्ट रही प्रोफेसर शर्मा ने अपने वक्तव्य में जलवायु परिवर्तन एवं ग्लोबल वार्मिंग की जानकारी छात्र/छात्राओं को दी तथा इसके मुख्य कारणों से छात्रों को अवगत कराया। प्रोफेसर शर्मा ने जलवायु परिवर्तन के दो मुख्य कारण ओजोनक्षरण एवं हरितगृह प्रभाव को बताया तथा अपने वक्तव्य में कहा कि मनुष्य लगातार अपनी लोभी प्रवृत्ति के कारण औद्योगिकीकरण एवं कृषि के जरिए हरितगृह गैस वायुमंडल में उत्सजित कर रहा है, जिससे वायुमंडल में इन गैसों की मोटी परत बन गई हैं। ये परत अधिक ऊर्जा सोख रही है जो धरती के तापमान वृद्धि का प्रमुख कारण है।

प्रोफेसर शर्मा ने तापमान बढ़ने के कुछ महत्वपूर्ण प्रमाण अपने व्याख्यान के जरिए प्रस्तुत किया तथा इसे रोकने के उपयों की भी चर्चा की। प्रोफेसर शर्मा ने जलवायु परिवर्तन का प्रभाव कृषि, जीव-जन्तु, मौसम, समुद्री जल स्तर और स्वास्थ्य पर किस प्रकार पढ़ रहा है इसकी भी जानकारी दी। उन्होंने छात्रों को यह बताया कि ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के लिए मानव को सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर ध्यान केन्द्रीत करना चाहिए। आयोजित व्याख्यान का संचालन भूगोल विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. टिके सिंह ने किया। इस अवसर पर विभाग के अतिथि प्राध्यापक दीपक बेज, शिबशंकर मैति, डॉ. शिवेन्द्र बहादुर, शोध छात्रा ज्योति साहू एवं एम.ए./एम.एस.सी. के छात्र/छात्राएँ उपस्थित थे।

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