
Leaving Islam and adopted Hinduism now offered a 19 kg gold crown to Bholenath
भोलेनाथ की भक्ति सब को ऐसी ही भाती है कि हर धर्म के लोग इन्हें अपना मानते हैं और अपनी फ़रियाद लिए भोले बाबा के चरणों में आ जाते हैं। अब एक दिन पहले एक चिकित्सक ने भगवन भोलेनाथ के मंदिर में 19 तोले का सोने का मुकुट चढ़ाया है। महिला पहले मुस्लिम धर्म की थी जिसके बाद कुछ दिन पहले ही उसने हिन्दू धर्म अपनाया था।
Leaving Islam and adopted Hinduism now offered a 19 kg gold crown to Bholenath
नवरात्रि के पहले दिन अमेरिका की एक फेमस महिला चिकित्सक ने गाजियाबाद के शिवशक्ति धाम डासना में पारदेश्वर महादेव के लिए 19 तोले का सोने का मुकुट दान किया है. साथ ही महिला चिकित्सक ने अमेरिका से श्रंगार का भी सामान भेजा है. बता दें महिला चिकित्सक ने धर्मांतरण कर समानत धर्म को अपनाया है।

डासना मंदिर के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद गिरि के मुताबिक, महिला इस्लाम धर्म से आती थीं. बातचीत के दौरान उनके विचारों से प्रभावित होकर महिला चिकित्सक ने धर्मांतरण का फैसला किया. इसके बाद करीब एक साल पहले यानी 2022 में महिला ने धर्मांतरण कर सनातन धर्म को अपना लिया. इतना ही नहीं महिला चिकित्सक भगवान महादेव शिव को अपना गुरु और जगदंगा महाकाली डासना देवी को अपनी मां मान लिया था.
अब महिला ने अमेरिका में रहते हुए डासना मंदिर में स्थापित पारदेश्वर महादेव के लिए सोने का मुकुट सहित श्रंगार का सामान थिजवाया है. इसका कुल वजन करीब 19 तोला का बताया जा रहा है. शिवशक्ति धाम डासना में रुद्राभिषेक के बाद पारदेश्वर महादेव का श्रृंगार किया गया. बताया गया कि यह सोने का मुकुट यूपी के हरदोई के दो कारीगरों ने तैयार किया है.
बता दें कि यति नरसिंहानंद गिरि गाजियाबाद में डासना स्थित शिव शक्ति धाम मंदिर के पीठाधीश्वर हैं. वे श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर भी हैं. इस्लाम धर्म को लेकर उनके बयान अक्सर विवादों में रहते हैं. हरिद्वार की धर्म संसद में पिछले साल कथित तौर पर हेट स्पीच में वे जेल भी जा चुके हैं. यति नरसिंहानंद गिरि ने ही उप्र शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी का धर्मांतरण कराकर उन्हें सनातन धर्म ग्रहण कराया था. इसके बाद वे वसीम रिजवी से जितेंद्र नारायण सिंह बन गए थे. अब महिला चिकित्सक उनके विचारों से प्रभावित होकर धर्मांतरण किया है.