रायगढ़। छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े उद्योग कंपनी सारडा एनर्जी में भारी अनियमितता पाई गई थी। लेकिन खनिज विभाग ने अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की है। ढोलनारा में सारडा एनर्जी एंड मिनरल्स की कोल वॉशरी में जब संयुक्त जांच टीम के निरीक्षण के दौरान अनुमति से अधिक कोयला मिला था। इस मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी है। अन्य गड़बडिय़ों पर लाइसेंस फीस का दोगुना जुर्माना किया गया। सारडा एनर्जी एंड मिनरल्स ने ढोलनारा में करीब 9.740 में है ,यहां जमीन पर कोयला भंडारण की अनुमति ली गई थी। यहां कोल वॉशरी संचालित की जाती है। जब संयुक्त जांच टीम ने यहां का निरीक्षण किया तो कई अनियमितताएं पाई गई थी। इस पर करीब 20.40 लाख रुपए का जुर्माना किया गया था, लेकिन इसके अलावा एक बड़ी गड़बड़ी भी पकड़ में आई थी जिसका निराकरण नहीं हो सका है।
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सारडा एनर्जी को 50250 एमटी कोयला भंडारण की अनुमति थी, लेकिन निरीक्षण के समय पर वहां 69953 एमटी कोयला भंडारित पाया गया। मतलब अनुमति से 19 हजार टन अधिक कोयला मिला। इस पर नोटिस देने के बाद भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया। खनिज विभाग ने इस गड़बड़ी पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है। खनिज ऑनलाइन पोर्टल से भी मिलान नहीं किया। कोयले के स्रोत की जानकारी भी नहीं दी गई। स्टॉक के बारे में वैध दस्तावेज अब तक नहीं मिल सके। जबकि सारडा एनर्जी का काम पूर्ववत जारी है।
रिजेक्ट कोयले के नाम पर अफरा-तफरी
वॉशरीज में रिजेक्ट कोयले की भी एक सीमा तय होती है। इसी में खेल किया जाता है। सारडा एनर्जी ने रिजेक्ट कोल के संबंध में भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए। इस कारण कार्रवाई अब तक अधूरी है। अतिरिक्त कोयले को लेकर भी कार्रवाई बाकी है। जांच के दौरान मासिक जानकारी, स्टॉक रजिस्टर आदि भी प्रस्तुत नहीं किए जा सके।